उत्तर प्रदेश के गन्ना प्रशासन ने गन्ने की फसलों की सुरक्षा और उत्पादकता बढ़ाने के लिए एक नई पहल की घोषणा की है। प्रशासन अब गन्ने के खेतों में ड्रोन का इस्तेमाल करके कीटनाशक और उर्वरक का छिड़काव करने जा रहा है।
ड्रोन प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान किए जाएंगे
इस परियोजना के तहत प्रदेश के 45 गन्ना उत्पादक जिलों में से 21 जिलों को चुना गया है। इन जिलों में 2,200 गन्ना पर्यवेक्षकों को ड्रोन के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद इन पर्यवेक्षकों को ड्रोन उपकरण प्रदान किए जाएंगे।
स्थानीय चीनी मिलों से भी मिलेगी तकनीकी सहायता
इस परियोजना के लिए इफको (इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड) के साथ साझेदारी की गई है। साथ ही स्थानीय चीनी मिलों से भी तकनीकी सहायता ली जाएगी।
लागत और किसानों को फायदा
अभी तक ड्रोन से स्प्रे करने की लागत का आकलन नहीं किया गया है। हालांकि, छोटे और सीमांत किसानों को सस्ते दामों पर स्प्रे की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सब्सिडी और भुगतान में छूट का प्रावधान रखा जाएगा।
इस पहल से गन्ने की फसलों की सुरक्षा में सुधार होने और उत्पादकता बढ़ने की उम्मीद है। यह किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेगा।